#जहेज़_की_लानत
#जहेज़_की_लानत
ये रस्मे ज़र है तबाही का शाखसाना है।
जहेज़ चाहिए शादी तो बस बहाना है।।
किसी ग़रीब की बेटी का कौन रख्खे खयाल।
खयाले उक़बा कहाँ, दुनिया बस बनाना है।।
जहेज़ में इन्हें मिल जाए बस हवाई जहाज़।
हवाई अड्डा बनाने को क्या ठिकाना है??
है वास्ता तुझे बहनों का कर ले तौबा ऐ दोस्त!
जहेज़ अच्छा नहीं, रस्मे जाहिलाना है।।
जवानो! तुमसे ये #नासिर_मनेरी करता है अर्ज़।
हर एक ग़रीब की इज़्ज़त हमें बचाना है।।
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